Hot Posts

6/recent/ticker-posts

Up Rain Alert || यूपी के 21 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट || बाकी जिलों में भी पड़ेंगी रिमझिम फुहारें

up-rain-alert-heavy-rain-alert-21-districts
Up Rain Alert || यूपी के 21 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट || बाकी जिलों में भी पड़ेंगी रिमझिम फुहारें

Up Ka Mausam || Up Weather Update || Purvanchal Weather Update || UP Rain weather IMD forecast || उत्तर प्रदेश में बारिश का सिलसिला जारी है। जिले दर जिले लगातार हो रही बारिश से मौसम सुहाना हो गया है। तापमान में गिरावट होने से लोगों को उमस भरी गर्मी से भी राहत मिलने लगी है। हालांकि बारिश के बाद जैसे ही धूप निकल रही है, तो उमस भरी गर्मी लोगों को परेशान कर देती है। लेकिन यह स्थिति थोड़ी देर ही रहती है। इधर कुछ दिनों से रात में मौसम काफी खुशनुमा हो गया है। रात में 2 से 3 बजे के बाद लोगों को कूलर और एसी बंद करने तक की नौबत आ जा रही है। इन सब के बीच भारतीय मौसम विभाग की ओर से उत्तर प्रदेश के 21 जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। इसमें पूर्वांचल के भी कुछ जिले शामिल हैं।

यूपी के इन 21 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट

उत्तर प्रदेश में इन दोनों मानसून पूरी तरह से सक्रिय है। पूर्वांचल से लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश और बुंदेलखंड तक के जिलों में बारिश का दौर जारी है। हालांकि मौसम विभाग की ओर से यह उम्मीद जताई गई है कि अगस्त के महीने में 28 से 29 तारीख तक बारिश का दौर जारी रह सकता है। मौसम विभाग की ओर से जानकारी दी गई है कि चित्रकूट, बांदा, प्रयागराज, कौशांबी, मिर्जापुर, सोनभद्र, वाराणसी, चंदौली, गाजीपुर, संत रविदास नगर, बलिया, मऊ, बिजनौर, देवरिया, रामपुर, मुरादाबाद, पीलीभीत, बरेली, झांसी, महोबा, ललितपुर और इसके आसपास के जिलों में अगले 24 से 48 घंटे के दौरान भारी बारिश हो सकती है। हालांकि यह स्थिति काफी कुछ बात पर निर्भर करेगी कि अगले कुछ घंटे में मानसून की स्थिति क्या रहने वाली है।

किसान खुश, शहरों में समस्या

उत्तर प्रदेश में पूर्व से लेकर पश्चिम तक हो रही बारिश से जहां किसानों के चेहरे पर रौनक दिख रही है। वहीं, शहरी क्षेत्र में कई स्थानों पर जल भराव की समस्या सिर उठाने लगी है। इस वजह से शहरी क्षेत्र में लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि यह स्थिति कुछ देर के लिए ही बन रही है। जब तक बारिश होती है तब तक जल भराव की स्थिति रहती है। उसके बाद पानी निकल जाने के बाद स्थिति फिर से सामान्य हो जाती है। लेकिन सबसे अच्छी खबर इस बात को लेकर है कि इस बार धान की फसल को जिस अनुपात में मानसून के बारिश की जरूरत होती है, उस हिसाब से मानसूनी बारिश हो रही है। ऐसे में किसानों के चेहरे पर रौनक बरकरार है। हालांकि किसानों का मानना है कि अगर बारिश का दौर इसी तरह से जारी रहा, तो इस बार धान की फसल का उत्पादन अच्छा हो सकता है।

Post a Comment

0 Comments